गज़्ज़ा जनसंहार के बीच ज़ायोनी सेना मे आत्महत्या का मामलों मे अभूतपूर्व वृद्धि आई है। ज़ायोनी अखबार हारेत्ज़ ने गज़्ज़ा युद्ध के बाद ज़ायोनी सेना पर पड़े मनोवैज्ञानिक प्रभाव पर एक चिंताजनक रिपोर्ट प्रकाशित करते हुए कहा है कि ज़ायोनी सेना में आत्महत्या की बढ़ती दर चिंता का विषय है। रिपोर्ट के अनुसार, 2023 में 10 ज़ायोनी सैनिकों ने आत्महत्या की, जबकि 2024 में यह संख्या बढ़ गई है।
आँकड़ों के अनुसार, अकेले 2024 के पहले छह महीनों में ही कम से कम 14 ज़ायोनी सैनिकों ने आत्महत्या करके अपनी जान गंवाई है।
यह दर पिछले साल की तुलना में दोगुनी से भी ज़्यादा है, जिसने सैन्य और राजनीतिक हल्कों में चिंता बढ़ा दी है।
विशेषज्ञों के अनुसार, गज़्ज़ा जनसंहार, निरंतर तैनाती, मनोवैज्ञानिक दबाव और आंतरिक संघर्ष जैसे कारक इस प्रवृत्ति के पीछे हो सकते हैं।
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